दोस्तों! क्या आप thyroid की दवा ले रहे हैं पर फिर भी आपका thyroid फंक्शन टेस्ट नार्मल नहीं आ पा रहा है? डॉक्टर ने आपकी मेडिसिन का डोज़ भी बढ़ाया है पर फिर भी आपका थाइरोइड नार्मल नहीं आ रहा है? तो  हो सकता है की आप thyroid की दवा सही तरीक़े से नहीं ले रहे हैं. क्या आप जानते हैं की थाइरोइड की दवाई सुबह ले या रात में  ले ? पानी से ले या चाय के साथ? अगर डोज़ miss हो गई तो क्या करना है ? अगर ये सारे सवाल आपके मन में भी है, तो आज का ये वीडियो आपके लिये ही है. इसे अंत तक देखें. नमस्कार दोस्तों, मैं डॉक्टर divaanshu गुप्ता, thydoc हेल्थ पे आपका स्वागत करती हूँ.  ऐसी और health related जानकारी के लिए कृपया आप हमारे  चैनल को subscribe करें और ये वीडियो अपने दोस्तों और परिवार में शेयर करें.

दोस्तों!  Thyroid की बीमारी आजकल काफ़ी common हो गई है और इसमें भी hypothyroidism मतलब thyroid hormone की कमी तो बहुत ज़्यादा लोगो में मिलने लगी है पर अच्छी बात ये है कि इसे दवाओं से कंट्रोल किया जा सकता है परंतु इसके लिए दी गई दवा को लेने का तरीक़ा सही होना चाहिए. hypothyroidism के इलाज के लिए डॉक्टर आपको levothyroxine हॉर्मोन टेबलेट prescribe करते हैं. इस दवा को आप कभी भी और कैसे भी नहीं ले सकते हैं. इस दवा को लेने का एक तरीक़ा है और एक समय भी. और ये दवा तभी असर करती है जब इसे सही तरीक़े से लिया जाये. levothyroxine बाज़ार में कई strength में उपलब्ध है और इसे डॉक्टर द्वारा बताये गये dose में ही लेना होता है. आपके  thyroid function की जाँच  समय समय पर करायी जाती है. और इस जाँच के अनुसार दवा का डोज़ adjust किया जाता है.

इस दवा को ideally सुबह सुबह ख़ाली पेट लेना चाहिए यानी उठते ही सबसे पहले आप ये दवा ले और इसके बाद आप अपने काम करे. इस दवा को लेने के एक घंटे बाद तक कुछ नहीं खाना या पीना है और ना ही कोई दवा इस दौरान लेनी है. बहुत सी दवाएँ जैसे की आयरन, कैल्शियम, acidity के लिए ली जाने वाली दवाएँ जैसे की omeprazole, pantoprazole, ranitidine, दिल की धड़कन को रेगुलर करने वाली दवा जैसे की amiodarone, खून पतला करने की दवा जैसे की warfarin, मिर्गी की दवाएँ जैसे कि  carbamazepine, phenobarbital, phenytoin, डिप्रेशन और anxiety के लिए की जाने वाली दवाएँ जैसे की sertraline, heart की दवाएँ जैसे की digoxin, metoprolol, propranolol, oral contraceptives या गर्भ निरोधक गोली, इन्सुलिन, और दूसरी डायबिटीज की दवाएँ, hiv की दवाएँ जैसे की atazanavir, indinavir, ritonavir, saquinavir, लिवर की दवाएँ जैसे कि cholestyramine, levothyroxine के absorption को रोकती है इसलिए थाइरोइड की दवा और इन दवाओं के बीच में कम से कम चार घंटे का अंतराल होना ज़रूरी है. थाइरोइड की दवा आपको पूरी टेबलेट निगल कर लेनी है सादे पानी के साथ पर इसे ना तो तोड़ना है ना ही चबाना है. इसलिए हमारी राय ये है कि आप ये दवा अपने bed के पास रखें और सुबह जागने के बाद सबसे पहले ये दवा ले ले.

कोशिश करे medicine लेने जा टाइम रोज़ same हो. कॉफ़ी और सोयाबीन भी इस दवा के absorption को रोकते हैं इसलिए सुबह की कॉफ़ी या चाय भी दवा लेने के या तो कि घंटे पहले पिए या दो घंटे बाद ही पिए. इस दवा को शुरू करने के बाद इसका असर आने में कम से कम छह से आठ सप्ताह लगते हैं. इस दवा को रोज़ लेना है और इसे बिना डॉक्टर की राय के बंद भी नहीं करना है. यहाँ तक कि इसका brand भी आप बिना डॉक्टर की राय के ना बदले क्योंकि सब brands का समान असर नहीं होता है. जब आप इस दवा को ख़रीदे तो ध्यान रखे की इसकी expiry date ज़रूर चेक करे क्योंकि इसकी शीशी में सौ टेबलेट्स आती है और ये क़रीब क़रीब आपको साढ़े तीन महीने चलेंगी तो अगर आपने ऐसी bottle ख़रीद ली है जिसकी expiry एक महीने बाद है तो आपके पैसे waste होंगे. बहुत से लोग night shifts में काम करते है और उन्हें ये problem रहती है कि वो सुबह उठ नहीं पाते हैं ऐसे लोग इस tablet को शाम को या dinner के बाद भी ले सकते हैं पर ध्यान ये रखना है की last मील के चार घंटे बाद इसे लेना है और दवा लेने के एक घंटे बाद तक कुछ नहीं खाना है. पर आपको इस दवाई शाम को लेना चाहिए या नहीं ये भी आप अपने डॉक्टर से डिस्कस करे. इस तरह ख़ाली पेट levothyroxine टेबलेट लेने से दवा का absorption बढ़ता है.

इस दवा को स्टोर करना भी आसान है. इसे direct धूप और नमी से बचाये kitchen या bathroom जैसी जगह पर ना रखे. और बच्चों और pets की पहुँच से दूर रखें. अगर कभी आप इसका कोई dose miss कर देते हैं तो बिलकुल भी घबराने की ज़रूरत नहीं है. एक या दो बार इसका डोज़ अगर miss हो जाये तो भी चिंता करने की ज़रूरत नहीं है. आप next dose नियत समय पर ले. डबल डोज़ लेने की भी ज़रूरत नहीं है. क्योंकि thyroxine का असर लंबे समय तक रहता है और कभी कभार dose miss करने पर शरीर में thyroxine hormone के लेवल पर ख़ास असर नहीं पड़ता है.  चिंता की बात तब हो जाती है जब आप हर थोड़े दिन में dose मिस करने लगते हैं. ऐसा होने पर शरीर में thyroxine के लेवल पर असर होने लगता है.

इस दवा को कई लोग alternate दिन भी लेते हैं पर ये recommended नहीं है. आपको हर रोज़ डॉक्टर द्वारा बताये गये डोज़ में ये दवाई लेनी है. इस दवाई को लेते समय, regular check अप कर के thyroid hormone लेवल चेक किया जाता है. अगर किसी dose पे आपका thyroid हॉर्मोन लेवल नार्मल आ गया है तो आपको उसी dose को लेना है पर अगर उस dose पर thyroid hormone का लेवल अभी भी कम आ रहा है तो डॉक्टर दवा का डोज़ बढ़ा सकते हैं. ये दवा आपको life long लेनी पड़ सकती है पर ये सोच कर भी चिंतित ना हो. अगर कोई छोटी सी गोली रोज़ लेने से आपके शरीर में thyroid hormone नार्मल हो जाता है और आपको लक्षणों से आराम मिलता है तो ये घाटे का सौदा नहीं है. दोस्तों, अब बात करते हैं hyperthyroidism की दवा की. इसमें thyoid hormone का level  बढ़ जाता है और उसके लक्षणों को ठीक करने के लिए radioactive iodine, methimazole, propylthiouracil और beta blocker जैसी दवाओं की ज़रूरत पड़ती है. ये दवाएँ भी डॉक्टर द्वारा बताये गये dose में ही लेनी है और बिना डॉक्टर की सलाह के बंद नहीं करनी है. परंतु radioactive iodine reproductive age ग्रुप में avoid की जाती है और methimazole, propylthiouracil और beta blocker जैसी medicines को prefer किया जाता है. इन medicines को भी आपको regular same time पर लेना चाहिए.