दोस्तों, आज में पूछना चाहता हूँ कुछ सवाल मेरे पुरुष दोस्तों से. क्या आपको बार बार पेशाब जाना पड़ता है? और क्या बार बार पेशाब जाने पर भी आपको हमेशा ऐसा महसूस होता है जैसे खुल कर पेशाब नहीं लग रहा है? क्या आपको ऐसा लगता है कि पेशाब निकल ही जाएगा?  क्या आप रात को भी बार बार बाथरूम के चक्कर काटते रहते हैं और ठीक से सो भी नहीं पाते हैं? तो दोस्तों हो सकता है आपकी प्रोस्टेट या गुद्दू की साइज बढ़ गई हो. आज के इस वीडियो में हम जानेंगे की प्रोस्टेट या गुद्दू क्यों बढ़ता है? इसके बढ़ने के क्या कारण है? इसकी साइज बढ़ जाने से मरीज़ को और क्या  क्या लक्षण आ सकते हैं? इसका diagnosis कैसे होता है? और इसका इलाज कैसे किया जाता है? हम ये भी जानेंगे कि क्या इसको बढ़ने से रोका जा सकता है और क्या इसके बढ़ने से आपकी sexual पॉवर में कोई कमी आती है या इसके इलाज से आपकी sexual performane पर बुरा असर होता है? नमस्कार दोस्तों , मैं डॉक्टर दिवांशु गुप्ता, thydoc हेल्थ पे आपका स्वागत करता हूँ. thydoc health आपको scientifically backed सही और ज़रूरी मेडिकल एजुकेशन देने के लिए प्रतिबद्ध है और  आगे भी ज़रूरी मेडिकल जानकारी प्राप्त करने के लिये आप हमारे  चैनल को subscribe करें और ये वीडियो अपने दोस्तों और परिवार में ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें.

दोस्तों, prostate लिंग के ऊपर पायी जाने वाली एक अखरोट की size की ग्रंथि होती है. जो कुछ chemicals बनाती है जो semen या वीर्य का भाग होते हैं. प्रोस्टेट पेशाब की थैली के नीचे स्तिथ होती है और rectum के सामने होती है. प्रोस्टेट को आम भाषा में लोग गुद्दू भी कहते हैं. प्रोस्टेट का नार्मल वजन 15-20 gm होता है. उम्र के साथ इस ग्रंथि का size बढ़ता है. और इसीको bph या benign prostatic hyperplasia कहते हैं. साँठ साल की उम्र के बाद लगभग पचास प्रतिशत पुरुषों में और 85 साल की उम्र के बाद 90 प्रतिशत पुरुषों में  prostate या gaddu बढ़ने के लक्षण आने लगते हैं. प्रोस्टेट, urethra यानी लिंग में , पेशाब के रास्ते को चारों तरफ़ से घेरे रहती है. इसलिए इसकी साइज बढ़ने से पेशाब से संबंधित लक्षण सामने आने लगते हैं जैसे की पेशाब बार बार लगना, रात को दो या दो से ज़्यादा बार  पेशाब के लिए जागना, पेशाब करने के लिए भागना यानी urgency होना, पेशाब जाते समय धार ठीक से ना बनना और रुक रुक के पेशाब का आना, पूरा पेशाब एक बार में निकल ना पाना, पेशाब की थैली पूरी तरह ख़ाली ना होना.

कई बार ये लक्षण गंभीर हो सकते हैं और पेशाब आना बंद हो जाता है क्योंकि ये बढ़ा हुआ प्रोस्टेट पेशाब के रास्ते को block करने लगता है ऐसे में पेशाब की नली डाल कर पेशाब को ख़ाली करना पड़ता है. कई बार मरीज़ को पेशाब में खून भी आ सकता है. जिन लोगो को बढ़ी हुई गद्दू की समस्या होती है उन्हें पेशाब का इन्फेक्शन यानी uti भी बार बार होता है. गद्दू के बढ़ने की ये बीमारी ना तो कैंसर है और ना ही कैंसर का कारण है, पर बढ़ी हुई प्रोस्टेट कैंसर का संकेत भी हो सकती  है. इसलिए 55 साल की उम्र के बाद प्रोस्टेट के बढ़ने पर प्रोस्टेट कैंसर की जाँच कराना यानी screening कराना बहुत ज़रूरी हो जाता है और अगर आपके परिवार में किसकी  प्रोस्टेट कैंसर है, या था तो ये जाँच और पहले शुरू हो जानी चाहिए यानी चालीस की उम्र के बाद. प्रोस्टेट या gaddu के बढ़ने का कारण hormonal imbalance को माना गया है. क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ पुरुषों के शरीर में पाया जाने वाला मुख्य hormone-  testostetorone हॉर्मोन कम होने लगता है और dihydrotestosterone नामक hormone ज़्यादा बढ़ने लगता है. इस imbalance से प्रोस्टेट या गुद्दू का साइज बढ़ने लगता है.  जब आपको बताये गये कोई भी लक्षण हो तो आपको urologist के पास चेक up के लिए जाना चाहिये.

आपकी history और एग्जामिनेशन के बाद आपका digital rectal examination भी किया जाता है जहां gloves पहन कर एक उँगली से आपके मल द्वार के अंदर चेक किया जाता है जिससे आईडिया लगता है कि प्रोस्टेट का साइज बढ़ा है या नहीं. उसके बाद आपको सोनोग्राफी कराने की सलाह दी जाती है. सोनोग्राफी में पेशाब करने से पहले और पेशाब करने के बाद दो बार sonography होती है जिससे ये तो पता चलता ही है कि प्रोस्टेट की size क्या है पर ये भी पता चलता है कि बढ़ी  प्रोस्टेट की वजह से कितना पेशाब, पेशाब की थैली में पेशाब जाने के बाद भी बचता है इसे residual urine भी कहते है. uroflowmetry नामक टेस्ट भी कराया जाता है जिस में आपके पेशाब की धार को check किया जाता है. इसके अलावा कई बार cystoscopy भी करायी जाती है. cystoscopy में पेशाब के रास्ते पेशाब की थैली को examine किया जाता है. इसके अलावा आपका psa या prostate specific antigen level भी कराया जाता है जो अगर बढ़ा हुआ हो तो प्रोस्टेट कैंसर का doubt आता है.

इस doubt को confirm करने के लिए और टेस्ट कराए जाते है और आपके prostate की biopsy भी ली जा सकती है.  इसके अलावा आपका किडनी function टेस्ट भी कराया जाता है ताकि पता चल सके कि कहीं प्रोस्टेट की वजह से kidneys पर तो ज़ोर नहीं पड़ रहा है. To bat kare is pareshani ke illaj ki, इलाज मुख्यतः मरीज़ के लक्षणों पर निर्भर करता है ना की prostate की size पे क्योंकि जहां कुछ लोगों में गद्दू के ज़रा से बढ़ने से ही मरीज़ को पेशाब के ये लक्षण आने लगते हैं वहीं कुछ लोगों में प्रोस्टेट बहुत ज़्यादा बढ़ जाती है पर मरीज़ को कोई लक्षण नहीं होते हैं. अगर आपके लक्षण गंभीर नहीं है तो आपको शुरू में सिर्फ़ wait and watch के लिए बोला जाता है. जहां आपको regular follow up के लिए आना होता है और regular sonography भी करानी पड़ सकती है. लक्षण गंभीर होने पर आपको ऐसी दवा दी जाती है जिससे प्रोस्टेट के आसपास की मांसपेशियाँ relax होती हैं और पेशाब के रास्ते पर जो ज़ोर पड़ रहा है वह कम होता है जैसे की tamsulosin,  silodosin, alfuzosin. कुछ और दवाएँ भी इसलिए दी जाती है ताकि dihydrotestosterone या DHT का production कम किया जा सके. ये दवा उनमे prescribe की जाती है जिनका प्रोस्टेट साइज काफ़ी बड़ा है. ये दवाएँ हैं finasteride और dutasteride. कई बार दो group की दवाओं का कॉम्बिनेशन भी आपको prescribe किया जा सकता है जैसे की dutasteride और tamsulosin. दवा शुरू करने के बाद एक से आँठ हफ़्तों का समय लगता है लक्षणों में सुधार आने में. अगर दवाओं से सुधार नहीं हो रहा है और आपके  लक्षण और गंभीर हो रहे हैं यानी आपका पेशाब बार बार रुक रहा है, आपको पेशाब में खून आने लगा है, पेशाब की रूकावट से आपकी kidneys में सूजन आने लगी है, तो आपको सर्जरी की सलाह दी जाती है.

इनमें सबसे पहली surgery है turp या transurethral resection of prostate. इस तकनीक में urologist एक स्पेशल उपकरण जिसे resectoscope कहते हैं आपके पेशाब के रास्ते डालते है और उसी प्रोस्टेट को देखते हैं और प्रोस्टेट के टिश्यू को काट काट कर निकालते हैं. अगली तकनीक है transurethral incision of prostate या tuip. इस तकनीक में urologist ब्लैडर और prostate के बीच में दो incision लगा कर पेशाब के रास्ते को थोड़ा बढ़ा देते हैं जिससे पेशाब का रास्ता clear हो जाता है और पेशाब का फ्लो अच्छा हो जाता है. अगली तकनीक है transurethral electrovaporization जिस में prostate के टिश्यू में इतनी हीट दी जाती है जिससे की प्रोस्टेट tissue भाप बन जाता है.

अगली टेक्नीक है laser जहां पेशाब के रास्ते लेज़र से heat पैदा कर के प्रोस्टेट के टिश्यू को नष्ट किया जाता है. इस तकनीक में special टाइप की लेज़र इस्तेमाल होती है. ये holmium laser हो सकती है जब इसे holep surgery कहा जाता है या फिर greenlight laser या photoselective vaporisation of prostate जो अभी latest टेक्नीक आयी है . Laser से होने वाले इस ऑपरेशन में किसी भी तरह के चीरे की ज़रूरत नहीं पड़ती है. ये सभी ऑपरेशन spinal एनेस्थीसिया या general एनेस्थीसिया में हो जाते हैं बस ये ऑपरेशन की तकनीक और मरीज़ की हेल्थ पर निर्भर करता है. Turp ऑपरेशन के बाद मरीज़ को erection में समस्या आ सकती है पर लेज़र इस मामले में सभी टेक्नीक में सबसे safe सर्जरी है. इन ऑपरेशन के बाद आपको अगले ही दिन अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है जिसके 3 se 4  दिनों बाद आप अपने ऑफिस जा सकते हैं और अपना रोज़मर्रा का काम भी आसानी से कर सकते हैं. इन तकनीक के अलावा कुछ नयी minimally इनवेसिव तकनीक भी आयी हैं पर laser surgery को ही बेस्ट treatment माना गया है. वैसे तो प्रोस्टेट बढ़ने पर आप को कोई परहेज़ करने की ज़रूरत नहीं होती है पर फिर भी आपको एक balanced डाइट लेनी चाहिए जिस में berries, broccoli, खट्टे मौसमी फल, nuts, टमाटर और हल्दी ज़्यादा हो. ख़राब डाइट से आपकी prostate की समस्या और लक्षण  बढ़ सकते है. इसलिए हमारी सलाह यही है कि आप junk फ़ूड अवॉयड करे, शराब का सेवन लिमिट में करे , स्मोकिंग छोड़ें, caffeine, dairy products, red मीट और नमक भी कम कर दें.

दोस्तों, अब बात करते हैं प्रोस्टेट से जुड़ी भ्रांति की जहां लोग ये मानने लगते हैं कि प्रोस्टेट का साइज अपनेआप कम भी हो जाता  है. तो में आपको बताना चाहता हूँ दोस्तों, की ये statement ग़लत है. अगर प्रोस्टेट का साइज थोड़ा बढ़ा है और आपको मामूली से लक्षण दिखने लगे हैं तो दवाओं से इन लक्षणों में आराम आ सकता है पर अगर प्रोस्टेट या गुद्दू काफ़ी बढ़ गया है तो बिना सर्जरी के इसका साइज कम होना मुमकिन नहीं है. इस समय जो आपको दवाएँ दी जाती है वह सिर्फ़ इसलिए दी जाती है ताकि आपके पेशाब से संबंधित लक्षणों में आपको आराम मिल सके. दोस्तों उम्मीद है प्रोस्टेट पर दी गई यह मेरी जानकारी आपके लिए लाभप्रद होगी और अगर आप प्रोस्टेट की इस परेशानी से बहुत परेशान है और इसका ऑपरेशन करवाना चाहते हैं तो ऊपर दिए गए नंबर पर आप संपर्क कर सकते हैं इसके अलावा अगर आप जानना चाहते हैं पेशाब की जलन के क्या कारण होते हैंउसे कैसे बचा जा सकता हैतो आप सीधे हाथ पर दिए गए