Peritoneal Dialysis in Hindi | GHAR PAR DIALYSIS Kaise Karen | Pet se Dialysis Kaise Hota Hai |

Peritoneal Dialysis in Hindi | GHAR PAR DIALYSIS Kaise Karen | Pet se Dialysis Kaise Hota Hai |

दोस्तों, क्या आप अपने या अपने family मेम्बर के dialysis के लिए ऑफिस से कई बार छुट्टी लेते हैं और अब आपकी paid leaves भी ख़त्म हो गई हैं और dialysis के additional खर्च से आप परेशान हो गये हैं? क्या आप अपने स्कूल या कॉलेज से dialysis appointment की वजह से बार बार छुट्टी ले रहे है और एग्जाम के लिये आपकी minimum attendance भी पूरी नहीं हो पा रही है? क्या आप जानते हैं कि office में काम करते करते या स्कूल या कॉलेज में क्लास attend करते करते या अपने friends और family के साथ कोई movie देखते देखते या पिकनिक पे भी आपका dialysis हो सकता है? सिर्फ़ ये ही नहीं क्या आप ये जानते हैं कि रात को जब आप सो रहे हैं तब भी आपका dialysis हो सकता है? क्या आप जानते हैं कि डायलिसिस बिना av fistula या HD catheter के भी हो सकता है? हुआ ना आश्चर्य? जी हाँ दोस्तों! ये सभी बिलकुल possible है. इसकी पूरी जानकारी के लिए आज का ये वीडियो अंत तक ज़रूर देखें. namaskar दोस्तों, मैं doctor Divaanshu Gupta हमारे चैनल thydoc हेल्थ में आपका स्वागत करता हूँ, दोस्तों! पिछले वीडियो में हमने देखा की कैसे kidneys के कमजोर पड़ जाने पर haemodialysis से खून से waste प्रोडक्ट्स बाहर कर दिए जाते हैं. पर क्या आप जानते हैं की dialysis एक और तरह से भी हो सकता है जहां आपको hd catheter या av fistula की ज़रुरत भी नहीं पड़ती है. जी हाँ दोस्तों, ये dialysis है peritoneal dialysis जिसे आसान भाषा में पेट से किया जाने वाला dialysis कहा जाता है, आज के इस वीडियो में हम जानेंगे की ये peritoneal dialysis क्या होता है? Peritoneal dialysis के क्या फायदे हैं. Peritoneal dialysis कैसे होता है? और हम ये भी जानेंगे कि किस condition में peritoneal dialysis किया जाता है? हम ये भी जानेंगे की peritoneal dialysis कहाँ कहाँ हो सकता है? नमस्कार दोस्तों, मैं डॉक्टर दिवांशु गुप्ता, हमारे channel thydoc health पर आपका स्वागत करता हूँ. दोस्तों, dialysis एक ऐसी कृत्रिम प्रक्रिया है जहां खून से waste products जैसे की urea और creatinine बाहर किये जाते है और ये तब किया जाता है जब आपकी kidneys ये कर पाने में सक्षम नहीं होती हैं. दोस्तों! dialysis दो तरह से होता है. पहला है hemodialysis जहां एक venous कैथिटर से आपके शरीर से खून को dialysis मशीन में डाला जाता है और वहाँ से उसे साफ़ कर के दूसरे catheter से आपके शरीर में साफ़ खून लौटा दिया जाता है. यहां dialysis मशीन में फ़िल्टर या artificial kidney की सहायता से खून से waste साफ़ किया जाता है जबकि peritoneal dialysis में हमारे पेट यानी abdomen की अंदरूनी परत ही एक नेचुरल फ़िल्टर की तरह काम करती है. दोस्तों! haemodialysis की तरह पेरीटोनियल dialysis में भी waste products को निकालने के लिए dialysate यानी cleansing fluid का इस्तेमाल होता है जिसके द्वारा waste खून से बाहर किया जाता है. peritoneal dialysis के लिए एक छोटे से चीरे से एक सॉफ्ट प्लास्टिक tube या कैथिटर आपके पेट में फिक्स कर दिया जाता है. एक साफ़ cleansing fluid इस कैथिटर के द्वारा आपके पेट में डाला जाता है और जब dialysis की प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो इसी कैथिटर से ये fluid अपने साथ waste ले कर बाहर निकाल दिया जाता है. peritoneal dialysis भी दो तरह का होता है. पहला है continuous ambulatory peritoneal dialysis या jisse short me capd bhi kahte hai और दूसरा है automated peritoneal dialysis या apd . दोनों ही तरह के dialysis में basic प्रक्रिया same रहती है. capd में नाम से ही पता चलता है की ये dialysis continuous यानी लगातार होता है और इसमें किसी मशीन की जरूरत नहीं पड़ती है. और ये बिना आपके रूटीन में बाधा डाले चलता रहता है यानी आप ऑफिस जा सकते है, स्कूल कॉलेज जा सकते है और अपना कोई भी काम इस दौरान कर सकते हैं. इस प्रक्रिया में cleansing fluid आपके पेट में डाला जाता है जिसे बाद में निकाला जाता है. ये dialysis चौबीस घंटों में चार से पांच बार किया जा सकता है. हर बार इसको पूरा होने में तीस से चालीस मिनट लगते हैं. इसे आप दिन में किसी भी समय कर सकते हैं. जबकि apd में एक मशीन के इस्तेमाल से आपके पेट में cleansing fluid डाला जाता है मशीन की मदद से ही waste वाला fluid बाहर निकाला जाता है. ये प्रक्रिया सामन्यतया रात को सोते समय की जाती है. तो देखा दोस्तों! ये dialysis थोड़े प्रशिक्षण के बाद आप घर पे भी या कहीं भी कर सकते हैं. पर दोस्तों! किस तरह का peritoneal dialysis आपके लिए सही रहेगा ये decision आपकी बीमारी और आपकी general condition को ध्यान में रखते हुए लिया जाता है. कुछ डॉक्टर्स का मानना है की peritoneal dialysis hemodialysis से बेहतर है क्यूंकि capd में लगातार आपके शरीर से एक्स्ट्रा पानी निकाला जाता है और ऐसे में आपके ह्रदय और फेफड़ों पर एक्स्ट्रा पानी से पड़ने वाला जोर भी कम हो जाता है. आप खाना भी भूख के अनुसार खा पाते है और आपको कम दवाओं की ज़रुरत पड़ती है. और सबसे अच्छी बात ये है की इस तरह के dialysis से आपकी सामान्य jeevan ki गतिविधियां नहीं रूकती हैं. peritoneal dialysis उन लोगों को recommend किया जाता है जिन लोगों को stage 5 kidney failure है और उन में venous access नहीं मिल पा रहा है. जो लोग hemodialysis tolerate नहीं कर पा रहे हैं. जिन लोगों को heart failure है. जिन लोगों को heart के valve की बीमारी है. पाँच साल तक के बच्चों में भी peritoneal dialysis prefer किया जाता है. और कई बार मरीज की preference को ध्यान में रखते हुए भी peritoneal dialysis की सलाह दी जाती है. पर दोस्तों! सभी kidney के मरीजों में peritoneal dialysis हो पाना संभव नहीं है. कुछ लोगों में peritoneal dialysis सही नहीं रहता है ये वह लोग हैं जो बहुत ज्यादा मोटे हैं, जिनकी पेट की कईं सर्जरी हुयी है ऐसे लोगों में peritoneal dialysis नहीं हो पाता है. किसी भी medical procedure की तरह peritoneal dialysis से भी कुछ complications हो सकते हैं. peritoneal dialysis में dialysate पेट में कई बार डालना पड़ता है और बार बार निकाला भी जाता है ऐसे में पेट का infection भी हो सकता है जिसे peritonitis कहते हैं जो एक जानलेवा कंडीशन हो सकती है, peritoneal dialysis से मरीज़ों में weight gain भी देखा गया है kyuki jo fluid pet ke andar dala jata hai usme kafi matra me dextrose hota hai jiske karan kafi jyada calories patient ke body me ikatthi ho jati hai, इसके अलावा पेट में बार बार dialysate डालने और निकालने से पेट पर एक तरह का दबाव बना रहता है जिसकी वजह से मरीज़ को हर्निया भी हो सकता है और अगर पहले से छोटा हर्निया था तो वह बड़ा भी हो सकता है. इसलिए किस तरह का dialysis किन मरीज़ों में बेस्ट रहेगा इसका निर्णय आपके डॉक्टर आपकी general हेल्थ और आपकी बीमारी को ध्यान में रख कर ही लेते हैं.
ummed hai jankari labhprad hogi,
iske alawa, agar aap janna chahate hai ki dialysis ka doosra prakar yani hemodialysis kaise kiya jata hai, uske kya fayde aur nuksan hai to aap right par diye gaye link par click kare