नमस्कार दोस्तों, peptic ulcer एक ऐसी बीमारी है जिसके कारणों को लेके काफ़ी भ्रांतियाँ रही है कि ये उन लोगों में होता है जो तीखा मसालेदार ख़ाना खाते हैं या चाय कॉफ़ी ज़्यादा पीते हैं. लोग ऐसा भी मानते हैं की खाने से अलसर के दर्द से राहत मिलती है. क्या वाक़ई ऐसा है? आज के इस वीडियो में हम पेप्टिक ulcer के कारणों और उसके लक्षणों के बारे में विस्तार से बात करेंगे और आपकी भ्रांतियों का समाधान भी करेंगे. नमस्कार दोस्तों, मैं डॉक्टर ऋषभ शर्मा, thydoc health पे आपका स्वागत करता हूँ. thydoc हेल्थ पे हम आपको सही और ज़रूरी मेडिकल एजुकेशन देने के लिए प्रतिबद्ध है और आगे भी ज़रूरी मेडिकल जानकारी प्राप्त करने के लिये आप हमारा चैनल subscribe करें और ये वीडियो अपने दोस्तों और परिवार में शेयर करें. दोस्तों, दुनिया की 5-10 प्रतिशत आबादी को peptic अलसर की बीमारी होती है. peptic अलसर एक ऐसी बीमारी है जिस में पेट या छोटी आँत की lining में एक तरह का अलसर या घाव हो जाता है. या यूँ कहे इस लाइनिंग में  एक break हो जाता है और धीरे धीरे यह गहरा होने लगता है और अलसर बनाता है. कुछ लोग erosion से इसे कंफ्यूज करते हैं . इरोज़न छोटा होता है और अलसर बड़ा होता है. अलसर  5 mm या उससे बड़ा होता है. peptic अलसर दो तरह का हो सकता है. पहला gastric अलसर जिस में पेट की लाइनिंग में अलसर होता है. दूसरा duodenal अलसर जिस में पेट से शुरू होने वाली छोटी आँत के पहले भाग में जिसे duodenum कहते है, यहां पर अल्सर develop हो जाता है. दोनों ही बीमारी में लक्षण लगभग समान ही होते है बस कुछ बातें अलग होती है. अब बात करते है की peptic अलसर क्यों होता है और किन लोगों को इसका ख़तरा ज़्यादा होता है|

दोस्तों पहले हम बात करते हैं फूड आइटम्स की,  फूड आइटम्स जो हमारे शरीर में एसिड  का secretion बढ़ाते हैं, पेट में सूजन लाते हैं,  और मरीज में पेप्टिक अल्सर की जो रिस्क है उसे बढ़ाते हैं|

 इन फूड आइटम्स में  आते हैं कॉफ़ी, chai, चॉकलेट, तीखा मसालेदार भोजन, शराब, खट्टी चीजें, fried fatty food items, fast foods, मैदे से बने  food items, या ज्यादा  अमाउंट में टमाटर, लहसुन प्याज,  और गरम मसाले की ग्रेवी से बनी हुई सब्जियां. 

दोस्तों चाय में निकोटीन होता है, और कॉफी में कैफीन. निकोटीन और caffeine पेट में एसिड का सीक्रीशन बढ़ाता है  जिससे पेट मेंसूजन develop होती है और साथ ही साथ gastric reflux भी करते हैं| Gatric reflux मैं पेट का खाना और एसिड भोजन नली में आने लगता है. इन सभी वजह से पेप्टिक अलसर के मरीज़ की परेशानियों और बढ़ सकती है इसलिए  ऐसे food items आपको कम से कम खाना चाहिये. इसके अलावा लोग ऐसा मानते हैं की  ठंडा दूध  या आइस क्रीम खाने से  peptic अलसर में आराम मिलता है. ये बात ग़लत है. दूध या dairy products में कैल्शियम होता है जिस से पेट में एसिड सीक्रीशन बढ़ता है, जिससे मरीज के लक्षण बढ़ सकते हैं तो आप डेयरी प्रोडक्ट्स को avoid करें. दोस्तों, अब बात करते हैं शराब या अल्कोहल की. जिन लोगों को peptic अलसर की बीमारी है उन्हें अल्कोहल अवॉयड करना चाहिए क्योंकि अल्कोहल GI system की लाइनिंग को इरिटेट करता है, . और जहां अलसर पहले से हैं वहाँ अलसर के कॉम्प्लिकेशन को और भी  ज्यादा बढ़ा सकता है. आगे बात करते हैं तंबाकू की. दोस्तों, तंबाकू हमारे शरीर को सिर्फ़ और सिर्फ़ नुक़सान ही पहुँचाता है. तंबाकू के सेवन से पेट में एसिड का secretion बढ़ता है, और साथ में सूजन लाता है और जो लोग स्मोकिंग करते हैं उन में peptic ulcer perforate होने का रिस्क 84-86% बढ़ जाता है. इसलिए ज़रूरी है कि आप शराब, तंबाकू और स्मोकिंग जैसी आदतों को छोड़े और एक healthy लाइफस्टाइल अपनाये.

इसके बाद peptic अलसर के common कारणों में आता है helicobacter pylori इन्फेक्शन- 

helicobacter pylori या h pylori एक बैक्टीरिया है जो पेट की कोशिकाओं में रहता है. इसका इन्फेक्शन ज़्यादातर उन लोगों में होता है जो खाने में और  पीने के पानी में में hygiene maintain नहीं करते है. इसका इन्फेक्शन कई लोगों में बचपन में ही हो जाता है. ये पेट की कोशिकाओं में रह कर पेट की लाइनिंग में inflammation  यानी सूजन develop करता है. ये बैक्टीरिया पेट में acidity बढ़ाता है जिससे पेट में अलसर होता है. 90% duodenal ulcer इस बैक्टीरिया की वजह से ही होते हैं. gastric अलसर में 70-90% cases इस बैक्टीरिया के कारण होते हैं. तीसरा सबसे कॉमन कारण है NSAIDS या दर्द की दवाओं का उपयोग- पेट की लाइनिंग में एक पदार्थ बनता है prostaglandin. ये पदार्थ पेट की लाइनिंग की सुरक्षा का काम करता है. NSAIDS या non steroidal anti inflammatory drug जैसी दर्द की दवाएँ इस पदार्थ को बनने नहीं देती है. जिससे अलसर होता है. इन दवाओं में आती हैं ibuprofen, diclofenac, aceclofenac आदि. इन दवाओं के अलावा steroidsनाम की दवाइयां भी पेट के अल्सर का एक बहुत कॉमन कारण है.

Peptic ulcer का एक कारण है  zollinger allison syndrome | इस बीमारी में एसिड ज़्यादा बनता है. जोकि अल्सर बनने का कारण बनता है मरीजों में|

 इसके अलावा और दूसरे कारण है कैंसर,  या कोई भी नयी बीमारी,  या फिर burn patients जिनका शरीर किसी दुर्घटना में जल गया है, सर की चोट के मरीज़ों में भी अलसर हो सकता है. इसके अलावा viral इन्फेक्शन, कैंसर के लिए ली जाने वाली radiotherapy और कीमोथेरेपी भी अलसर का कारण हो सकते हैं. 

स्ट्रेस या तनाव भी peptic अलसर का कारण हो सकता है, क्योंकि ज्यादा तनाव से से भी पेट में एसिड का secretion बढ़ जाता है. 

 दोस्तों यह आपको समझना होगा कि जिस  भी कारण से पेट में एसिड की मात्रा बढ़ती है वह अलसर कर सकती है. पेट और आँतों में एक बैलेंस होता है protective system और destructive system का. यानी सुरक्षा और नाश का. जब यह संतुलन बिगड़ जाता है  और पेट में अलसर हो जाता है.

तो दोस्तों, हमने बात की, कि पेप्टिक अल्सर के क्या इंपॉर्टेंट कारण हो सकते हैं और आपको इनसे अपना बचाव करना है, साथ में अपना समय पर इलाज कराना है. दोस्तों peptic ulcer ke मरीज अपनी डाइट और लाइफ स्टाइल में चेंज लाकर पेप्टिक अल्सर  के लक्षणों से relief पा सकते हैं,  पेप्टिक अल्सर की डाइट और लाइफस्टाइल की डिटेल में जानकारी पाने के लिए आप screen पर दिए गए video पर क्लिक करें  और अगर आज का ये वीडियो आपको पसंद आया तो like ज़रूर करे और ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करे. आगे भी ऐसी जानकारी से अपडेटेड रहने के लिये हमारे चैनल thydoc हेल्थ को ज़रूर सब्सक्राइब करे. बाकी भारत के सर्वश्रेष्ठ डॉक्टर से कंसल्ट करने के लिए आप ऊपर दिए गए नंबर पर Sampark करें|धन्यवाद