दोस्तों, अक्सर आपने देखा होगा कि लोग छींकते रहते हैं, नाक से पानी आ रहा होता है, इसके साथ ही साँस लेने में भी तकलीफ़ होती है, हमेशा नज़ला या जुखाम रहता है, और वो बहुत जगह से इलाज ले चुके होते हैं पर कोई आराम नहीं मिलता है. बार बार छींको के कारण आप अपने काम पर फोकस नहीं कर पाते हैं. बच्चे अपनी studies पर concentrate नहीं कर पाते और लगातार नाक टपकती है और छींको की वजह से आपको public places पर भी शर्मिंदा होना पड़ता है.  अगर ऐसा कुछ भी आपको है तो हो सकता है आपको नाक में मांस या nasal polyp कि समस्या हो. दोस्तों, मेरे साथ इस वीडियो के अंत तक जुड़े रहिए, मैं आपको बताऊँगी की इस परेशानी से हमेशा के लिये छुटकारा पाने के अचूक उपाय मतलब permanent इलाज के बारे में I मैं डॉक्टर shubhangi गुप्ता, thydoc हेल्थ पे आपका स्वागत karti हूँ. और ऐसी ही आपकी health से related जानकारी के लिए कृपया हमारा चैनल subscribe करे और ये वीडियो दोस्तों और परिवार में शेयर करे.  दोस्तों, नाक की गाँठ, जिसे मेडिकल भाषा में Nasal Polyp भी कहते हैं, एक सॉफ्ट, दर्द रहित गाँठ होती है जो नाक के रास्ते में या  साइनस की परत से बनती है, और ध्यान रहे की यह कैंसर की गाँठ से बिलकुल अलग होती हैI ये गाँठ या polyp नाक या साइनस में अंगूर के गुच्छों की तरह लटकती है. अब आप पूछेंगे की ये गाँठ होती क्यों है?

दोस्तों, अगर आप लंबे समय से अस्थमा, एलर्जी, बार बार होने वाले नाक के इन्फेक्शन, नजले, जुखाम या drug sensitivity या और किसी immune system की बीमारी से ग्रसित है तो लंबे समय से होने वाले inflammation या सूजन की वजह से ये गाँठ या polyp बनने लगती हैं.  नाक की गाँठ या polyp की समस्या किसी को भी हो सकती है पर ये adults में ज़्यादा common है और अक्सर देखा गया है कि पुरुषों ये समस्या ज़्यादा होती है. शुरू में जब ये polyp या गाँठ छोटे होते है तो ज़्यादा लक्षण नहीं दिखाते हैं पर जैसे जैसे ये polyp संख्या और size में बढ़ने लगते हैं ये नाक के रास्ते को ब्लॉक कर देते हैं और मरीज़ को साँस लेने में तकलीफ़ होने लगती है, मरीज़ को smell आना बंद हो जाती है और बार बार इन्फेक्शन भी होने लगते हैं. अगर आपको sinus का infection हुआ है और 12 हफ़्ते  से ज़्यादा हो गया है तो आपको polyp हो सकते हैं. पर ज़रूरी नहीं कि हर sinus के infection या sinusitis में polyp बने ही.  नाक या sinus में polyp या गाँठ की समस्या की वजह से कुछ और लक्षण भी हो सकते हैं जैसे की- नाक बहना, नाक का लगातार बंद रहना. नाक के बंद होने की वजह से और नाक में पानी ज़्यादा बनने की वजह से नाक का पानी पीछे जा के गले में गिरने लगता है जिसे post nasal drip भी कहते हैं ,

अगला लक्षण है smell कम आना या बिलकुल ना आना, स्वाद ना आना, सर दर्द होना, चेहरे में दर्द होना, ऊपर के दांतों में दर्द होना, माथे और चेहरे पे हमेशा एक दबाव महसूस होना, खर्राटे आना. ये लक्षण किसी आम नजले या जुकाम की तरह भी हो सकते हैं पर कई बार ये लक्षण गंभीर हो सकते हैं जैसे की साँस लेने में बहुत ज्यादा तकलीफ़ होना, दो दो दिखाई देना या double vision होना , कम दिखाई देना, आँखों को घुमा ना पाना, आँखों के चारों तरफ़ सूजन आना, सर दर्द का बहुत ज्यादा बढ़ जाना , बुख़ार आना और सर को आगे ना झुका पाना. अगर इनमें से कोई भी लक्षण आपको है तो आपको तुरंत अपने ENT Specialist  से  संपर्क करना चाहिये. nasal polyp या नाक की गाँठ की समस्या के diagnosis के लिए ent डॉक्टर  आपका क्लिनिकल एग्जामिनेशन करेंगे. अगर polyp ने आपके नाक के रास्ते को ब्लॉक कर दिया है तो नाक में लाइट से देखने से भी नाक की गाँठ नज़र आ जाती है. अगर polyp छोटे हैं तो दूसरे tests से diagnosis confirm किया जाता है जिन में आते हैं nasal endoscopy जिस में नाक में कैमरा या endoscope डाल कर नाक के रास्ते और sinus का मुआयना किया जाता है.

इसके अलावा सिर और नाक के sinus का सी टी स्कैन करा के भी बहुत गहराई में छिपे polyps या नाक की गाँठ का पता लगाया जाता है. अगर आपको polyp नहीं है तो इन जाँचों से आपके लक्षणों के दूसरे कारणों का पता भी चल जाता है. अगर आपको पहले से किसी भी तरह की एलर्जी कन्फर्म नहीं है तो skin prick टेस्ट से allergy टेस्ट भी किया जाता है जिस में स्किन पे नीडल से तरह तरह के एलर्जन त्वचा में डाले जाते है और उस जगह पर सूजन को देखा जाता है. अगर skin टेस्ट possible नहीं है तो blood टेस्ट करा के antibodies का पता भी लगाया जा सकता है. अगर बच्चे में नाक की गाँठ हुई है तो cystic fibrosis नामक बीमारी की जाँच भी करायी जाती है जो की आनुवंशिक होती है.

बच्चों में नाक में गाँठ बहुत common कारण है- cystic fibrosis. इस बीमारी में शरीर के सभी secretions पर असर पड़ता है जैसे की आंसू, mucus, पसीना, पेट के जूस, आदि . इस बीमारी के टेस्ट के लिए बच्चे के पसीने की जाँच की जाती है. इसके अलावा polyp कें लिए blood टेस्ट में विटामिन डी का लेवल भी देखा जाता है क्योंकि देखा गया है की जिन लोगों को नाक में गाँठ की दिक़्क़त होती है उनमें अक्सर विटामिन डी लेवल कम पाया जाता है. दोस्तों, अब बात करते हैं की नाक की इस गाँठ या polyp का इलाज कैसे होता है. सबसे पहले तो इसके कारणों का इलाज किया जाता है यानी जो बीमारी मरीज़ को पहले से है उसका जैसे की अगर मरीज़ को लंबे समय से एलर्जी है या अस्थमा है तो उसका इलाज किया जाता है और किसी दवा से sensitivity है जो की अक्सर aspirin से होती है तो उसका भी इलाज किया जाता है. nasal polyp के इलाज का उद्देश्य यह रहता है की या तो polyp को जड़ से हटाया जाये या फिर उसकी size कम की जाए. शुरू में इलाज दवाओं से शुरू किया जाता है

I दवाओं में नाक में स्प्रे करने वाले steroids दिये जाते हैं जिससे नाक में सूजन और irritation कम होती है. इन spray से polyp की size कम होती है और कई बार गाँठ  बिलकुल ख़त्म भी हो जाती है. इन steroids में आते है fluticasone, mometasone. इसके अलावा अगर nasal steroids से कोई असर नहीं हो रहा है तो मुँह से खाने वाले steroids भी कई बार देने पड़ते हैं. ये अकेले भी दिये जा सकते है या फिर nasal steroids के साथ भी. चूँकि oral steroids के कुछ side effects होते है इन्हें ज्यादा लंबे समय तक नहीं दिया जा सकता है. इन दवाओं के अलावा antihistaminic दवाएँ, decongestants, antibiotics भी दी जाती है. इन दवाओं से active infection और inflammation को कंट्रोल किया जाता है. अगर दवाओं से भी polyp ठीक नहीं हो पा रहा है तो सर्जरी की सलाह दी जाती है. जो surgery नाक की गाँठ या polyp के लिए की जाती है उसे  fess या  फंक्शनल endoscopic sinus surgery कहा जाता है, इस ऑपरेशन की ख़ास बात ये है की ये बहुत ही successful तरीक़ा है नाक के मास के treatment का और इस ऑपरेशन में कोई चीरा नहीं लगता है और operation के बाद पता भी नहीं चलता है की कोई ऑपरेशन भी किया गया है या नहीं.

इस ऑपरेशन में दूरबीन नाक में डाली जाती है जिसके सिरे पे छोटा कैमरा लगा होता है. और इस कैमरे से बाहर टी वी पर देख कर ऑपरेशन किया जाता है . यह ऑपरेशन पूरा बेहोश कर के किया जाता है. इस ऑपरेशन में बाहर से कोई चीरा दिखाई नहीं देता है. इस ऑपरेशन के अगले ही दिन मरीज़ को हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी जाती है. Nasal polyp या ये नाक कि गाँठ दुबारा ना हो इसलिए ऑपरेशन के बाद भी nasal steroid स्प्रे इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है. आपको यह सलाह भी दी जाती है की जिस चीज़ से आपको एलर्जी है उनसे बचे. अपने दमे की समस्या को कंट्रोल रखे. हो सके तो घर में air purifier और humidifier का इस्तेमाल करे.  दोस्तों! उम्मीद है कि nasal polyp पर मेरे द्वारा दी गई ये जानकारी आपके लिये लाभप्रद होगी, इसके अलावा अगर आप जानना चाहते हैं कि नाक कि टेढ़ी हड्डी का इलाज बिना चीरे से कैसे किया जाता है तो right पर आ रहे link पर click करे और भारत के best doctors से contact करने के लिए ऊपर दिए गये phone number पर कॉल करे और मेडिकल से रिलेटेड authentic, reliable और useful information के लिए हमारा चैनल thydoc health subcribe करे और ये वीडियो अपने दोस्तों और परिवार में शेयर करें. 

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