दोस्तों! अक्सर हमे बायीं तरफ़ पसलियों के नीचे दर्द होता है. पर क्या आप जानते हैं बायीं तरफ़ पसलियों में होने वाला ये दर्द गैस, कब्ज, heart attack या मांसपेशियों का  दर्द कुछ भी हो सकता है? इस बायीं पसली के नीचे होने वाले दर्द को कई लोग नज़रअंदाज़ कर देते हैं और कई लोग घबरा जाते हैं कि ये दर्द कैसे होने लगा. और सोचने लगते हैं कि क्या हमे डॉक्टर के पास जाना चाहिए? दोस्तों! कई बार ये दर्द एक सामान्य समस्या हो सकती है पर कुछ कारणों से होने वाला दर्द एक इमरजेंसी situation भी हो सकती है जहां आपको बिना देर किए तुरंत अपने नज़दीकी अस्पताल जाना चाहिए. आज के इस वीडियो में मैं आपको यही समझाऊंगा की बायीं तरफ़ पसली के नीचे का ये दर्द किन कारणों से हो सकता है और कब आपको सतर्क होने की ज़रूरत है?  नमस्कार दोस्तों, मैं डॉक्टर ऋषभ शर्मा, thydoc हेल्थ पे आपका स्वागत करता हूँ. thydoc health आपको scientifically backed सही और ज़रूरी मेडिकल एजुकेशन आसान शब्दों में देने के लिए प्रतिबद्ध है और  आगे भी ऐसी ज़रूरी मेडिकल जानकारी प्राप्त करने के लिये आप हमारे  चैनल को subscribe करें और ये वीडियो अपने दोस्तों और परिवार में ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें.

दोस्तों! ये सच है कि बाई तरफ़ पसलियों के नीचे होने वाला दर्द heart अटैक का लक्षण हो सकता है पर हमेशा ये दर्द heart से related नहीं होता है. कारणों के अनुसार ये दर्द तेज चुभन जैसा या हल्का दर्द हो सकता है. हमारे शरीर में बारह जोड़ी पसलियाँ होती है यानी 24 ribs. इनका असल काम होता है अंदर के अंगों को बचाना. अगर हम हमारे शरीर केअंगों के बारे में बात करें तो इनमें बायीं तरफ़ होता है हमारा heart, left lung, pancreas, spleen, पेट  यानी stomach, बायीं kidney यानी गुर्दा. इन अंगों में होने वाली किसी भी बीमारी या चोट या inflammation यानी सूजन से बायीं तरफ़ पसली के नीचे दर्द हो सकता है. दोस्तों, अगर आपको gastritis रहता है यानी आपके पेट में सूजन है यानी पेट में acidity और जलन रहती है तो भी आपको ये दर्द हो सकता है. बायें गुर्दे की पथरी या इन्फेक्शन भी बायीं तरफ़ पीठ में नीचे दर्द कर सकता है. गुर्दे की पथरी में इस दर्द के अलावा बार बार पेशाब लगना, पेशाब में खून आना, पेशाब धुंधला आना , उल्टी या बुखार जैसे लक्षण भी हो सकते हैं. अगला कारण हो सकता है irritable bowel syndrome या  IBS और  inflammatory bowel disease या ibd जिसमें आती है ulcerative colitis और crohns disease जैसी आंतों की बीमारियां.

इन दोनों ही बीमारियों के कारण मरीज़ को लंबे समय तक और लगातार पेट दर्द हो सकता है. जहां अक्सर बायीं तरफ़ पसली के नीचे दर्द के साथ साथ कब्ज़ या डायरिया या गैस जैसे लक्षण भी होते हैं. IBS के मरीज़ों को अक्सर लैट्रिन जाने के बाद आराम महसूस होता है. इसके अलावा pancreas की सूजन या pancreatitis भी बायीं तरफ़ पसलियों के नीचे दर्द का कारण हो सकता है. pancreatitis, pancreas पे  लगी किसी चोट की वजह से हो सकता है या फिर लंबे समय तक शराब और cigrette के सेवन की वजह से भी pancreatitis होता है. इसके अलावा पित्त की थैली की पथरी भी pancreatitis का कारण हो सकती हैं. इस दर्द के अलावा pancreatitis के दूसरे लक्षण हैं बुख़ार, दिल का तेज धड़कना, जी घबराना, उल्टी होना, वजन कम होना और पीलिया. इस दर्द का कारण spleen के रोग से संबंधित भी हो सकता है जिस में आते हैं spleen की चोट, बढ़ी हुई spleen, या spleen में खून की सप्लाई बंद होना. spleen किसी भी viral, bacterial या  parasitic इन्फेक्शन की वजह से बढ़ सकती है. इसके अलावा कुछ ब्लड कैंसर और लिवर की बीमारी में भी स्प्लीन की size बढ़ जाती है. अगर spleen पे कोई चोट लगी है तो spleen rupture हो सकती है और ये एक emergency होती है. इसके अलावा बायीं पसलियों में लगी किसी चोट की वजह से भी वहाँ दर्द हो सकता है. इनमें सबसे पहले आता है costochondritis जहां उन cartilage में सूजन आ जाती है जो पसलियों को sternum या breast bone से जोड़ती है. ये सूजन किसी इन्फेक्शन या किसी चोट या severe बहुत ज्यादा खाँसी की वजह से हो सकती है. costochondritis की वजह से बायीं तरफ़ पसलियों के नीचे तेज़ चुभन हो सकती है. और ये दर्द खांसी से या छींक से या  पसलियों के नीचे दबाने से बढ़ जाता है.

अगर छाती पे ज़ोर से चोट लगे तो पसलियाँ टूट सकती है या bruising यानी नील हो सकती है. bruised rib यानी नील पढ़ने की वजह से आपको साँस लेने पर दर्द होगा. कई  बार पसली के टूटने की वजह से साँस लेना तकलीफ़देह हो सकता है. और इन टूटी हुई पसलियों की वजह से complication भी हो सकते हैं जैसे की फेफड़े का पिचकना या lung collapse, spleen यानी tilli जैसे अंगों को चोट लगना या रक्त लाने ले जाने वाली धमनियों को चोट पहुँचना, अगर ज़्यादा पसलियों में एक  साथ फ्रैक्चर हो जाए तो flail chest भी हो सकता है जो की एक medical emergency सिचुएशन है. अगला कारणहै heart की सबसे बाहर की covering जिसे pericardium कहते हैं उस में अगर सूजन आ जाये तो भी ये दर्द होना संभव है. ये सूजन किसी इन्फेक्शन की वजह से हो सकती है और इसमें मरीज़ को बुख़ार भी आता है. इसी  तरह अगर बाएँ फेफड़े की सबसे बाहर की परत यानी pleura में कोई सूजन आती है तो भी बायीं तरफ़ दर्द होता है और इसे pleurisy कहते हैं. pleurisy का कारण pneumonia, चोट, कैंसर या फेफड़ों में फँसा खून का थक्का हो सकता है. आइए दोस्तों अब जानते हैं कि कब ये दर्द एक emergency हो सकता है? क्योंकि ये दर्द heart अटैक का भी लक्षण हो सकता है इसलिए ये जानना ज़रूरी है कि इसके और क्या लक्षण हो सकते हैं. अगर आपको सीने में बाई तरफ़ या बीच में भी दर्द या भारीपन महसूस हो रहा है या ये दर्द गर्दन, जबड़े, कंधों, बाँहों, पेट या कमर तक जा रहा है, आपकी साँस फूल रही है, आपको पसीना आ रहा है, आपको थकान महसूस हो रही है, आपका जी घबरा रहा है या आपको उल्टी आ रही है,

आपका सर चकरा रहा है, आप अपनी दिल की धड़कन महसूस कर पा रहे है, आपके दिल की धड़कन तेज हो रही है या अनियमित हो रही है. ये सारे लक्षण heart attack की तरफ़ इशारा करते है. इसलिए इनमें से कोई भी लक्षण अगर आपको हो तो आपको तुरंत अपने निकटतम हॉस्पिटल या डॉक्टर से संपर्क करना है. अब जानते है कि डॉक्टर कैसे इस दर्द का diagnosis करते हैं. अगर आपको बायीं तरफ़ पसलियों के नीचे दर्द हो रहा है और आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो वे आपसे पूछते हैं कि दर्द कैसा है और कबसे हो रहा है और क्या आपको और भी कोई बीमारी है या और भी कोई लक्षण हैं. इसके बाद डॉक्टर आपका clinical examination करते हैं. उसके बाद आपको कुछ टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है जैसे की ecg, chest x ray, x ray kub ,echocardiography. इसके अलावा ब्लड test, यूरिन टेस्ट, sonography, ct scan, endoscopy भी कराये जाते हैं. इससे आपके दर्द के कारण का पता चलता है, एक diagnosis बनता है और इलाज भी इसके कारणों के अनुसार किया जाता है. शुरू में आपको दर्द के लिए डॉक्टर painkillers दे सकते हैं पर पूरी तरह उपचार diagnosis के बाद ही संभव है. तो देखा दोस्तों! ये सामान्य सा दर्द कितना गंभीर भी हो सकता है इसलिए अगर आपको या आपके नज़दीकी किसी को भी बायीं तरफ़ पसलियों के नीचे दर्द हो रहा है तो सावधान हो जायें.