दोस्तों, आपने प्रसिद्ध गोल्फ खिलाड़ी tiger woods का नाम तो सुना ही होगा पर क्या आप ये जानते हैं कि उन्होंने घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी करायी हुई है. हुआ ना आश्चर्य? Kya is surgery ke bad bhi vyakti itna fit ho sakta hai, ji ha yahi janenge is vidoe me, अब आप पूछेंगे की घुटना प्रत्यारोपण या knee replacement क्या होता है और इसकी ज़रूरत क्यों पड़ती है, क्या यह इतनी succeessful surgery है ? यह surgery successful हो इसके लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना होता है, जो तैयारी आपको operation कराने से पहले करनी होती है, वे कौनसी तैयारियों है? इस सर्जरी के बाद हॉस्पिटल से छुट्टी कब मिलती है और इस ऑपरेशन के बाद जीवन पर क्या असर पड़ता है? इन्ही सब सवालों के जवाब हम आज इस वीडियो में देंगे, इसलिए यह वीडियो अंत तक देखें. नमस्कार दोस्तों , मैं डॉक्टर दिवांशु गुप्ता, thydoc हेल्थ पे आपका स्वागत करता हूँ. thydoc health आपको scientifically backed सही और ज़रूरी मेडिकल एजुकेशन देने के लिए प्रतिबद्ध है और आगे भी ज़रूरी मेडिकल जानकारी प्राप्त करने के लिये आप हमारे चैनल को subscribe करें और ये वीडियो अपने दोस्तों और परिवार में ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें.
दोस्तों, knee replacement सर्जरी में घुटने के चोट ग्रसित और घिसे हुए हिस्सों को मेटल और प्लास्टिक के बने artificial parts या implants से replace किया जाता है. आपके लिये knee replacement सही रहेगा या नहीं यह decision आपके सर्जन, आपके घुटने की mobility, stability और ताक़त को देखते हुए लेते हैं. घुटने के एक्स रे से पता चलता है कि घुटने में कितना नुक़सान हुआ है. आपके लिये सही artificial joint और surgical technique बहुत सी बातों पर निर्भर करती है जैसे की आपका वजन, आपका activity level, घुटने का आकार और साइज और आपकी overall हेल्थ. total knee replacement सर्जरी कराने का मुख्य कारण होता है arthritis जहां मरीज़ के घुटने की दोनों हड्डियों के बीच की cartilage या गद्दी घिस जाती है जिससे दोनों हड्डियाँ के बीच का गैप कम हो जाता है और ये हड्डियाँ आपस में घर्षण करने लगती है और आपको चलने फिरने, सीढ़ियाँ चढ़ने और कुर्सी से उठते समय तकलीफ़ होती है और घुटनों में दर्द होने लगता है. arthritis या osteoarthritis का मुख्य कारण है उम्र के साथ होने वाला wear and tear. पर हर osteoarthritis के मरीज़ को knee replacement की सलाह नहीं दी जाती है. यह कुछ बातों पर निर्भर करता है जैसे की एक्स रे में घुटने में कितना डैमेज नज़र आ रहा है और उससे रोज़मर्रा की activities कितनी प्रभावित हो रही है. एक्स रे को देखकर osteoarthritis की grading की जाती है जिस में फर्स्ट और सेकंड ग्रेड में लाइफस्टाइल मॉडिफिकेशन, medical मैनेजमेंट और फ़िज़ियोथेरेपी की सलाह दी जाती है. थर्ड और फोर्थ ग्रेड में knee replacement karaane की सलाह दी जाती है.
अगर घुटने के किसी एक भाग में क्षति है तो सिर्फ़ उस भाग को ही बदला जाता है और ऐसे में इसे partial knee replacement कहा जाता है पर अगर पूरा जॉइंट प्रभावित हुआ है तो पूरे जॉइंट को कृत्रिम जॉइंट से बदला जाता है जिसे total knee replacement कहते हैं. हड्डियों का सेंटर सॉफ्ट होता है और यही पे कृत्रिम भागों को जोड़ा जाता है.इस सर्जरी की तैयारी के लिए आपको कुछ निर्देश दिये जाते है जैसे आपको ऑपरेशन से पहले के 6 घंटे कुछ खाना पीना नहीं है. अगर आप पहले से कुछ दवाएँ ले रहे है तो आपको कुछ दवाएँ थोड़े दिनों के लिये बंद करने के लिये कहा जा सकता है या इन दवाईओं का dose बदला जाता है जैसे की खून पतला करने वाली दवाएँ और अगर आपको सुगर की बीमारी है तो एक दिन पहले का सुगर की दवाई का dose आपको miss करने के लिए कहा जाता है क्योंकि ज़रूरत पड़ने पर आपको ऑपरेशन से पहले या operation ke दौरान इन्सुलिन पर लिया जा सकता है. डॉक्टर आपको ऑपरेशन से कुछ दिनों पहले से ही कुछ एक्सरसाइज रोज़ करने के लिए बोलेंगे, जो आपको करनी है जिन से मांसपेशियाँ मज़बूत होंगी और ऑपरेशन के बाद रिकवरी भी अच्छी होगी. Operation होने के बाद यह ऑपरेशन successful हो इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होता है, और यह तैयारी आपको ऑपरेशन होने से पहले ही करनी होती है. आपको ऑपरेशन के बाद रिकवरी के दौरान चलने के लिए walker या crutches की ज़रूरत होती है जो आपको पहले ही arrange करने होते हैं. आपको ऑपरेशन के बाद कुछ दिनों तक सीढ़ियाँ चढ़ने की मनाही होती है इसलिए अगर घर पे आपका कमरा ऊपर है तो आपको कुछ दिनों के लिए ground floor पर ही अपना रहने का इंतज़ाम कर लेना चाहिए. बाथरूम में safety bar और hand rail लगवा ले. सीढ़ियों की रेलिंग भी चेक कर ले. एक stable कुर्सी भी arrange कर ले जिस में पीठ की और बैठने वाली गद्दी हो और एक foot stool भी जिससे आप पैर ऊपर रख सके. ऑपरेशन के बाद बैठने वाला टॉयलेट या western toilet ही इस्तेमाल करना है और अगर सीट नीचे है तो उसे ऊपर करवा ले, नहाने के लिए कुर्सी पर बैठ कर ही नहाना है, फ़र्श पर ऐसे क़ालीन या पायदान ना बिछाये जिन में पैर फ़स सकता है, रात के समय पेशाब के लिए उठना होता है इसलिये बाथरूम तक अच्छी रोशनी की व्यवस्था भी कर ले.
दोस्तों, ये तो हुईं ऑपरेशन से पहले की तैयारी जो आपको ऑपरेशन से पहले करनी है. ऑपरेशन के लिए या तो आपको एक रात पहले एडमिट किया जा सकता है या फिर सुबह बुलाया जा सकता है. यह ऑपरेशन spinal या epidural anesthesia में होता है. इस तरह के एनेस्थीसिया में आपकी कमर में एक सुई लगायी जाती है जिससे एक दवाई दी जाति है जिससे आपके पेट के नीचे का हिस्सा सुन्न हो जाता है पर आप जगे हुए रहते हैं. ज़रूरत पड़ने पर आपको नींद का इंजेक्शन दिया जा सकता है. कई बार पूरा बेहोश करने की ज़रूरत भी पड़ सकती है. इस ऑपरेशन में एक से दो घंटे लगते हैं. ऑपरेशन के बाद आपको recovery एरिया में रखा जाता है. आपको हॉस्पिटल से अगले तीन से चार दिन में छुट्टी मिल जाती है . यह आपके anesthesia, आपकी रिकवरी, आपकी mobility और आपके दर्द पर निर्भर करता है. आपको ऑपरेशन के बाद एनेस्थीसिया का असर ख़त्म होने के बाद जल्दी से जल्दी घूमने फिरने के लिए कहा जाता है आपको operation के बाद physiotherapy की टीम की मदद से चलाया जाता है. आपको पैर में elastic stockings भी पहनने के लिए कहा जा सकता है. आपको फ़िज़ियोथेरेपी भी अगले ही दिन से शुरू कर दी जाती है और physiotherapist आपको नये घुटने की एक्सरसाइज भी करवाते है और घर जाने के बाद भी लंबे समय तक फ़िज़ियोथेरेपी की सलाह दी जाती है. इस ऑपरेशन के बाद मरीज़ को दर्द में, चलने फिरने में काफ़ी फ़ायदा होता है जिससे quality of life काफ़ी सुधरती है .
यह implant 15-20 साल आराम से चलते हैं. ऑपरेशन के बाद शुरू में आपको लंबे समय तक एक जगह स्थिर खड़े रहने के लिए मना किया जाता है क्योंकि इससे घुटने में सूजन आ सकती है. तीन से 6 हफ़्ते बाद आप अपने रोज़मर्रा के सभी काम आसानी से कर सकते हैं. आठ से दस हफ़्ते बाद ड्राइविंग भी कर सकते हैं. रिकवरी के बाद आप low impact activities आराम से कर सकते हैं जैसे की चलना फिरना, तैरना, साइकिल चलाना और गोल्फ खेलना. पर आपको higher impact activities जैसे की jogging, contact sports जैसे की फुटबॉल, और jumping आपको मना किया जाता है . आपको अपने डॉक्टर द्वारा दिये गये सभी निर्देशों का पालन करना है. आपको डॉक्टर द्वारा दी गई दवाएँ बताये गये टाइम पर लेनी है और follow up के लिए जब बुलाया जाये तब जाना भी है. ऑपरेशन साईट के घाव भरने तक आपको उस साईट को गीला नहीं करना है . और अपनी डाइट भी iron और calcium rich लेनी है. हर सर्जरी की तरह इस सर्जरी के भी कुछ रिस्क हो सकते हैं जैसे की पाव में खून का थक्का जमना. अगर ये खून के थक्के फेफड़ों तक पहुँच जाते हैं तो जानलेवा साबित हो सकते हैं parantu yah bahut hi rare cases me hota hai aur iske bachne ke liye aapko medicines di jati hai exercices bhi batayi jati hai,