दोस्तों, आजकल पित्त की थैली या gall bladder के stone का दर्द काफी आम हो गया है. और इसी वजह से पित्त की थैली का ऑपरेशन कराना भी एक आम बात हो गयी है. पर क्या आप जानते हैं की पित्त की थैली या gall baldder में पथरी क्यों होती है? और इस तरह की पत्थरी के लक्षण क्या होते हैं? और क्यों आजकल सबमे ये पत्थरी होने लगी है? और इसके लिए सबसे बेस्ट ऑपरेशन कौनसा है? और ऑपरेशन के बाद किन बातों का आपको ध्यान रखना है और ऑपरेशन के बाद आपके स्वास्थ्य पर क्या असर होता है? इन्ही सब सवालों का जवाब हम आपको आज के इस वीडियो में हम देंगे. नमस्कार दोस्तों , मैं डॉक्टर दिवांशु गुप्ता, thydoc हेल्थ पे आपका स्वागत करता हूँ. thydoc health आपको scientifically backed सही और ज़रूरी मेडिकल एजुकेशन देने के लिए प्रतिबद्ध है और  आगे भी ज़रूरी मेडिकल जानकारी प्राप्त करने के लिये आप हमारे  चैनल को subscribe करें और ये वीडियो अपने दोस्तों और परिवार में ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें.

दोस्तों, पित्त की थैली या gall bladder छोटा सा थैलीनुमा अंग है जो लिवर के नीचे मिलता है. यह अंग bile juice को स्टोर करने का काम करता है जो की हमारे भोजन को और खासकर fats को पचाने में मदद करता है. जब यह bile juice cholesterol से  supersaturate होने लगता है या इसमें bilirubin नामक pigment ज्यादा बनने लगता है या इसकी motility कम हो जाती है तब इसमें पत्थरी बनने लगती है. और इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं जैसे की पेट के दाईं तरफ ऊपरी हिस्से में पेट दर्द का होना, और फैटी खाना खाने के बाद इस पेट दर्द का बढ़ना , उलटी होना, पेट फूलना, जी घबराना। इन लक्षणों के आने पर जब आप डॉक्टर के पास जाते है तो आपने देखा होगा कि अक्सर doctor, patient की सोनोग्राफी करवाते हैं जिसमे पित्त की थैली की पत्थरी का डायग्नोसिस कन्फर्म होता  है. इस डायग्नोसिस के बाद इसके इलाज की बात आती है तो इसे ले कर लोगों को बहुत सारे  confusion है. दोस्तों! मैं आपको यहाँ बिलकुल clear कर दूँ कि, इस परेशानी का इलाज सिर्फ़ और सिर्फ़ operation है. दवाओं से इसका इलाज संभव नहीं है par आपको घबराने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि जो options available हैं वह बहुत ही safe है और successful है जिससे recovery rate भी 100 percent है और इस ऑपरेशन को  कहते है laparoscopic cholecystectomy और ये बेस्ट ऑप्शन है. laparoscopic colecystectomy यानी दूरबीन द्वारा किया जाने वाला पित्त की थैली का ऑपरेशन, जिसे लोग short में lap chole भी कहते हैं. इस ऑपरेशन की ख़ास बात ये है की बहुत ही छोटे चीरों से यह ऑपरेशन किया जाता है.

इसलिए इसे minimal access surgery या key hole surgery भी कहा जाता है. इस ऑपरेशन में छोटे चीरे लगते हैं इसलिए ऑपरेशन के बाद में दर्द भी कम होता है.और इसी वजह से मरीज की रिकवरी भी फ़ास्ट होती है यानी मरीज बहुत जल्दी अपनी सामन्य दिनचर्या में लौट पाता है और अपने काम पे भी जल्दी लौट पाता है. काम से छुट्टी कम लेनी पड़ती है. इसलिए इस तकनीक को बेस्ट माना गया  है. इस ऑपरेशन के लिए पहले आपके कुछ ब्लड टेस्ट कराये जाते हैं और एनेस्थेटिस्ट द्वारा आपका pre anesthetic checkup या pac करवाई जाती है. आपको ऑपरेशन वाले दिन खाली पेट आना होता है यानी आपको कम से कम छह घंटे तक खाली पेट यानी बिना कुछ खाये पीये हॉस्पिटल बुलाया जाता है.

यह ऑपरेशन जनरल anesthesia यानी पूरा बेहोश करके किया जाता है. बेहोश करने के बाद सर्जन आपके पेट पर आधे आधे इंच के तीन से चार छोटे चीरे लगाते हैं जिससे दूरबीन सर्जरी में इस्तेमाल होने वाले उपकरण और कैमरा पेट में डाले जाते हैं. इनमे से एक चीरा नाभि के पास लगाया जाता है. फिर सबसे पहले पेट में कार्बन di oxide या CO2 गैस पेट में भरी जाती है जिससे पेट फूलता है और दूरबीनी उपकरणों को काम करने के लिए एक जगह मिल जाती है. इसके बाद ये सभी उपकरण और कैमरा पेट के अंदर डाल कर ऑपरेशन शुरू किया जाता है. सर्जन का एक असिस्टेंट कैमरा ऑपरेट करता है और यह कैमरा पेट के अंदर का दृश्य बाहर लगे टी वी या मॉनिटर पे सर्जन को दिखाता है. यह दृश्य देखते हुए सर्जन दूरबीनी उपकरणों से पित्त की थैली को लिवर से काट कर अलग करते हैं. और पेट पे लगे इन्ही छोटे चीरों से बाहर निकाल देते हैं. ऑपरेशन के बाद एक बार अच्छी तरह कैमरे से पेट में सर्जिकल फील्ड को चेक कर के ये उपकरण बाहर निकाल दिए जाते हैं. उपकरण निकालने के बाद पेट में डली CO2 गैस भी बाहर निकाल दी जाती है. अंत में सभी चीरों पे टाँके लगा दिए जाते हैं. ऑपरेशन के अगले ही दिन आपको अस्पताल से डिस्चार्ज मिल जाता है. आपको टाँके खुलवाने के लिए पांच से सात दिन बाद हॉस्पिटल बुलाया जाता है.

आप घर जाकर अपना नार्मल काम आराम से कर सकते हैं. बस आपको शुरू में कुछ दिन, कुछ बातों का ध्यान रखना है जैसे की भारी वजन नहीं उठाना है, पानी खूब पीना है, कब्ज से बचना है इसलिए डाइट में फाइबर खूब लेना है, रोज थोड़ा थोड़ा टहलना है और धीरे धीरे अपनी एक्टिविटी बढ़ानी है.  सर्जरी ke एक से दो दिन में अपनी नार्मल डाइट शुरू कर सकते हैं. और teen se char din bad में आप ड्राइव कर सकते हैं और ऑफिस जा सकते हैं. इसके अलावा डॉक्टर द्वारा prescribed medicines टाइम पर लेनी है और जब आपको follow up के लिए बुलाया जाए तब जाना है. दोस्तों! laparoscopic cholecystectomy एक बहुत ही सेफ सर्जरी है aur isme complications bahut hi rare hai, तो देखा दोस्तों, पित्त की थैली का ऑपरेशन कितने आराम से हो जाता है और इसके बाद आपकी रिकवरी भी कितनी फ़ास्ट होती है. दोस्तों, lap chole की ये सर्जरी gall ब्लैडर की पत्थरी के लिए ही नहीं बल्कि और दूसरी gall ब्लैडर की बिमारी के लिए भी की जाती है जिनमे मुख्य है पित्त की थैली की सूजन या cholecystitis, gall bladder polyp, biliary dyskinesia जहां पित्त या bile juice पित्त की थैली से निकल ही नहीं पाता है और gallstone pancreatitis. इन सभी बीमारियों में भी laparoscopic cholecystectomy से ही इलाज़ किया जाता है.

दोस्तों! दूरबीन द्वारा गाल bladder के ऑपरेशन के अलावा दूसरा ऑप्शन भी है जो है- open cholecystectomy जहां दायीं तरफ पेट के ऊपरी हिस्से में एक बड़ा चीरा लगा कर पेट को खोला जाता है और पित्त की थैली को निकाल दिया जाता है. इसमें lap chole की तुलना में बड़ा incision लगता है इसलिए मरीज़ को ऑपरेशन के बाद दर्द ज़्यादा होता है, recovery late होती है, अस्पताल में ज़्यादा दिन भर्ती रहना पड़ता है और ऑफिस से भी ज़्यादा दिनों की छुट्टी लेनी पड़ती है क्योंकि आपकी रिकवरी धीरे धीरे होती है. इसलिए आजकल यह ऑपरेशन rarely किया जाता है और सिर्फ़ उन मरीज़ों में किया जाता है जिन में दूरबीन से ऑपरेशन करना संभव नहीं है या फिर safe नहीं है. या फिर अगर दूरबीन से ऑपरेशन में कठिनाई हो रही है और दूरबीन से ऑपरेशन करना संभव नहीं हो पा रहा है या ऑपरेशन के दौरान कोई जटिलता हो गई है तो lap chole को open cholecystectomy में convert करना पड़ सकता है. पर जैसा मैंने कहा ये ऑपरेशन आजकल rarely ही किया जाता है.  तो दोस्तों उम्मीद है आपको मेरी यह दी गई जानकारी लफड़ा दोगी अगर आप गॉलब्लैडर का ऑपरेशन करना चाहते हैं तो ऊपर दिए गए नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं