डॉ. ऋषभ शर्मा, एमबीबीएस, एमडी (आंतरिक चिकित्सा), DrNB (गैस्ट्रोएंटरोलॉजी)
परिचय
क्या आपको खाना निगलने में परेशानी हो रही है? क्या ऐसा महसूस होता है कि भोजन गले में अटक रहा है या निगलने के बाद सीने में जलन महसूस होती है? अगर हां, तो यह डिस्फेजिया (Dysphagia) यानी निगलने में कठिनाई का संकेत हो सकता है।
निगलने में कठिनाई (खाना निगलने में दिक्कत) एक अस्थायी समस्या भी हो सकती है और किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती है। यह समस्या बुजुर्गों में अधिक आम होती है, लेकिन युवा लोगों में भी हो सकती है।
इस ब्लॉग में हम जानेंगे:
✅ निगलने में कठिनाई क्यों होती है?
✅ इसके लक्षण क्या हैं?
✅ कौन-कौन से टेस्ट किए जाते हैं?
✅ इसका इलाज और घरेलू उपाय क्या हैं?
निगलने में कठिनाई क्यों होती है? (Khane Nigalne Me Dikkat Kyun Hoti Hai?)
निगलने की प्रक्रिया में मुंह, भोजन की नली (Esophagus), और पेट (Stomach) का सही तालमेल जरूरी होता है। किसी भी हिस्से में दिक्कत आने से भोजन निगलने में कठिनाई हो सकती है।
निगलने में परेशानी के कारण मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं:
1. Oral & Oropharyngeal Dysphagia – गले और मुंह से जुड़ी समस्या
इस प्रकार की समस्या में खाना गले से नीचे जाने में दिक्कत होती है।
संभावित कारण:
- गले में संक्रमण (Throat Infection): टॉन्सिल या गले में इंफेक्शन के कारण सूजन होने से निगलने में दिक्कत हो सकती है।
- स्ट्रोक (Stroke): दिमाग की नसें प्रभावित होने से निगलने की क्षमता कम हो जाती है।
- पार्किंसन या न्यूरोलॉजिकल बीमारी: इन बीमारियों में मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे निगलने में कठिनाई होती है।
- गले में ट्यूमर: कैंसर या कोई ग्रोथ होने से निगलने में दिक्कत होती है।
- मुंह का सूखना (Xerostomia): जब लार कम बनती है, तो भोजन को निगलना मुश्किल हो जाता है।
2. Esophageal Dysphagia – भोजन की नली से जुड़ी समस्या
इसमें भोजन गले से पेट तक पहुंचने में कठिनाई होती है।
संभावित कारण:
- गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD): एसिडिटी और पेट के एसिड का भोजन की नली में बार-बार आना, जिससे सूजन और सिकुड़न हो सकता है।
- भोजन की नली में रुकावट : अन्न नलिका में सूजन या किसी अन्य कारण से संकरी हो जाने पर भोजन नीचे नहीं जा पाता।
- भोजन की नली का कैंसर: भोजन की नली में ट्यूमर बढ़ने से भोजन निगलने में कठिनाई हो सकती है।
- Achalasia: इसमें भोजन की नली की मांसपेशियां कमजोर पड़ जाती हैं और भोजन पेट में जाने के बजाय ऊपर ही अटका रहता है।
- Eosinophilic Esophagitis: कुछ खाद्य पदार्थों से एलर्जी के कारण भोजन की नली की अंदरूनी परत में सूजन हो सकती है।
निगलने में कठिनाई के लक्षण (Symptoms of Dysphagia)
निगलने में कठिनाई के लक्षण धीरे-धीरे बढ़ सकते हैं और समय के साथ गंभीर हो सकते हैं। इनमें शामिल हैं:
✅ खाना या पानी निगलते समय दर्द या जलन महसूस होना।
✅ भोजन निगलते समय गले या छाती में अटकने जैसा महसूस होना।
✅ निगलने में इतना समय लगना कि भोजन पेट तक न पहुंचे।
✅ अचानक बिना किसी कारण वजन कम होना।
✅ भोजन निगलते ही खांसी या गला चोक हो जाना।
✅ गले में हमेशा कुछ फंसा हुआ महसूस होना।
✅ खाने के बाद सीने में दर्द महसूस होना।
✅ खाने के बाद उल्टी होना।
निगलने में कठिनाई के टेस्ट (Diagnosis of Dysphagia)
अगर आपको लगातार निगलने में कठिनाई हो रही है, तो डॉक्टर कुछ टेस्ट की सलाह दे सकते हैं:
1. Barium Swallow Test
- इस टेस्ट में मरीज को बैरियम मिश्रित तरल पीने को दिया जाता है।
- एक्स-रे के माध्यम से डॉक्टर यह देखते हैं कि भोजन अन्न नलिका में कैसे जा रहा है और कहां रुकावट है।
2. Endoscopy
- इसमें एक पतली ट्यूब के ऊपर लगे कैमरा से अन्न नलिका और पेट की जांच की जाती है।
- इससे पता लगाया जाता है कि कोई सूजन, अल्सर या ट्यूमर तो नहीं है।
3. Esophageal Manometry
- यह जांच भोजन की नली की मांसपेशियों की गतिविधि को मापती है और पता लगाती है कि मांसपेशियां भोजन को सही ढंग से पेट तक ले जा रही हैं या नहीं।
4. pH Monitoring Test
- यह टेस्ट यह जांचता है कि पेट का एसिड कितनी मात्रा में अन्न नलिका में जा रहा है और निगलने की प्रक्रिया को कैसे प्रभावित कर रहा है।
निगलने में कठिनाई का इलाज (Treatment for Dysphagia)
निगलने की समस्या का इलाज इसके कारण पर निर्भर करता है। कुछ मुख्य उपचार विकल्प:
1. दवाइयां (Medications)
- एसिडिटी और GERD के लिए: एंटासिड, H2-ब्लॉकर्स या प्रोटोन पंप इनहिबिटर (PPI) दवाइयां दी जाती हैं।
- सूजन कम करने के लिए: स्टेरॉयड या एलर्जी-रोधी दवाइयां।
- इन्फेक्शन के लिए: एंटीबायोटिक्स।
2. एंडोस्कोपिक उपचार (Endoscopic Treatment)
- अगर अन्न नलिका में कोई रुकावट या संकुचन है, तो एंडोस्कोपिक डाइलेशन (Esophageal Dilation) के जरिए इसे चौड़ा किया जाता है।
- ट्यूमर या पॉलीप्स हटाने के लिए एंडोस्कोपिक सर्जरी की जाती है।
3. लाइफस्टाइल और आहार में बदलाव (Dietary & Lifestyle Changes)
✅ धीरे-धीरे और छोटे कौर लेकर खाएं।
✅ खाने के बाद सीधे बैठें और तुरंत न लेटें।
✅ अत्यधिक गर्म या ठंडे भोजन से बचें।
✅ ज्यादा मसालेदार, तली-भुनी चीजों और जंक फूड से बचें।
✅ खाने को अच्छी तरह चबाकर खाएं ताकि निगलने में आसानी हो।
✅ अधिक पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें।
4. गंभीर मामलों में सर्जरी (Surgery for Severe Cases)
- अगर अकेलासिया या कैंसर जैसी गंभीर स्थिति है, तो सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।
निष्कर्ष
अगर आपको लंबे समय से निगलने में कठिनाई हो रही है, तो इसे हल्के में न लें। यह किसी साधारण एसिडिटी की समस्या से लेकर गंभीर न्यूरोलॉजिकल या कैंसर जैसी बीमारी का संकेत हो सकता है।
डॉ. ऋषब शर्मा, जयपुर के जाने-माने गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट हैं और निगलने से जुड़ी समस्याओं का विशेषज्ञ इलाज करते हैं।
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