दोस्तों, क्या आप हमेशा थकान महसूस करते हैं? क्या आपको चक्कर आते है? क्या आपको भूख कम लगती है? आपको अचानक अपने दिल की धड़कन महसूस होने लगती है और घबराहट होने लगती है? और chalk, मुलतानी मिट्टी जैसी चीज़ें खाने का मन करता है? तो दोस्तों आपको अनीमिया हो सकता है. और इस बीमारी का निदान कैसे हो, कैसे अपनी डाइट में बदलाव कर के भी आप अनीमिया को ठीक कर सकते है और उससे बचाव भी कर सकते हैं. इस बारे में हम आज इस वीडियो में बात करेंगे इसलिए अंत तक हमारे साथ जुड़े रहे. नमस्कार दोस्तों, मैं डॉक्टर ऋषभ शर्मा, thydoc हेल्थ पे आपका स्वागत करता हूँ. thydoc health आपको scientifically backed सही और ज़रूरी मेडिकल एजुकेशन आसान शब्दों में देने के लिए प्रतिबद्ध है और आगे भी ऐसी ज़रूरी मेडिकल जानकारी प्राप्त करने के लिये आप हमारे चैनल को subscribe करें और ये वीडियो अपने दोस्तों और परिवार में ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें. अनीमिया या खून की कमी जैसी समस्या, भारत जैसे देश में काफ़ी कॉमन है क्योंकि हमारी डाइट में आयरन की कमी है और इसी कारण iron डेफिशियेंसी सबसे कॉमन प्रकार का अनीमिया है जो हमारे देश में मिलता है. थकान होना, चक्कर आना, घबराहट होना, चलते समय साँस फूलना अनीमिया के कई सारे लक्षणों में से कुछ लक्षण है. अनीमिया का प्रभाव सर से पैर तक पूरे शरीर में सभी अंगों में देखा जा सकता है. आपको डिप्रेशन हो सकता है. आपके दिल की धड़कन तेज हो सकती है जिससे आपको घबराहट हो सकती है, आपको भूख कम लगने लगती है. आपकी त्वचा pale हो जाती है, आँखें कमजोर होने लगती है, साँस फूलने लगती है. आइए दोस्तों, अब बात करते हैं अनीमिया के इलाज की.
अनीमिया का इलाज इस बात पर निर्भर करता है की हीमोग्लोबिन कितना है और अनीमिया को हीमोग्लोबिन की मात्रा के अनुसार तीन प्रकार में बाटा गया है. mild moderate और severe. इसमें severe अनीमिया का इलाज हॉस्पिटल में भर्ती कर के ही किया जाता है क्योंकि ऐसे केसेज में मरीज़ की हालत गंभीर होती है. severe अनिमिया में मरीज़ को blood ट्रांसफ्यूजन की ज़रूरत पड़ती है. moderate अनीमिया में अगर मरीज़ को गंभीर लक्षण नहीं है तो मरीज़ को आयरन के इंजेक्शन लगवाये जाते हैं और बाद में घर पर खाने के लिए iron supplements prescribe किए जाते हैं. mild anemia में iron supplements के साथ या सिर्फ़ अपनी डाइट में कुछ बदलाव ला कर आप इस तरह के अनीमिया को ठीक कर सकते हैं. पहला और सबसे ज़रूरी- अपने बर्तन बदलें. अगर आपको अनीमिया है तो आपको खाना पकाने के लिए लोहे की कढ़ाई का इस्तेमाल करना चाहिए. आजकल लोग non stick cookware इस्तेमाल करते है पर लोहे की कढ़ाई में खाना बनाने से खाने में आयरन की मात्र बढ़ जाती है और खाना ज़्यादा पोषक हो जाता है. दूसरा ज़रूरी टिप दोस्तों! खाने के तुरंत बाद चाय या कॉफ़ी पीने की आदत छोड़ें. चाय और कॉफ़ी में tannins और oxalates होते हैं,
जो खाने के आयरन को शरीर में absorb होने से रोकते है. इसलिए खाने के तुरंत बाद चाय या कॉफ़ी ना पिए. कुछ समय बाद आप बेशक पी सकते हैं. अपने ख़ान पान में खट्टे फल जैसे नींबू, संतरा, मौसमी जैसी खट्टी खाने की चीज़ें बढ़ाये. इन सभी खट्टे फ़ूड आइटम्स में विटामिन सी होता है जो शरीर में iron के अब्सॉर्प्शन को बढ़ाता है. इसलिए सलाद में नींबू डाले, स्नैक के तौर पर संतरा जैसा फल खाये. दोस्तों, गुड़ वह भी देसी गुड अनीमिया के लिये बहुत अच्छा होता है. गुड सबसे किफ़ायती और सबसे बेस्ट तरीक़ा है खून बढ़ाने का उन लोगों के लिए जो शाकाहारी है और मास मच्छी नहीं खाते हैं. गुड़ और चना आप हमेशा अपने साथ रख सकते हैं और आप बाहर है या ऑफिस में है और कभी भी आपको भूख लगे या कुछ मीठा खाने की craving हो तो आप गुड़ और चना खायें. ये सबसे पोषक स्नैक है. गुड़ को आप चीनी की जगह चाय या कॉफ़ी में इस्तेमाल कर सकते है. बाज़ार में jaggery पाउडर भी अब उपलब्ध है. इसके अलावा आप अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ जैसे की पालक को भी शामिल करे पर ध्यान रखने वाली बात ये है
की पालक में oxalates भी होते हैं जो पालक से iron के absorption को रोकते हैं. इसलिए पालक से आयरन के अब्सॉर्प्शन को बढ़ाने के लिए खट्टे फल साथ में ले या नींबू add करे जिस में विटामिन सी होता है. beans में भी आयरन काफ़ी मात्रा में होता है जैसे कि राजमा, छोले, सोयाबीन, लोबिया, मटर. दोस्तों, काजू ,पिस्ता, ख़रबूज़े के बीज, pumpkin seeds और सूरजमुखी के बीजों में भी आयरन होता है इसलिए अगर इन नट्स और seeds को अगर आप अपनी डाइट में शामिल करेंगे तो आप आयरन की कमी को पूरा कर सकते हैं. इसके अलावा बाज़ार में iron fortified फ़ूड items भी उपलब्ध है इसलिए जब भी आप सुपरमार्केट जाये तो पैकेट पर लेबल ज़रूर पढ़े. अब बात करते हैं कुछ non veg फ़ूड आइटम्स की जो आयरन रिच होते हैं. मीट और chicken दोनों में ही आयरन होता है इसलिए जो लोग non veg खाते है वे लोग इन्हें अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करे. इसके अलावा लिवर में भी काफ़ी आयरन होता है. लिवर में मीट और चिकेन की तुलना में आयरन काफ़ी ज्यादा होता है. कई लोग organ मीट खाना पसंद नहीं करते हैं पर लिवर में folate भी काफ़ी मात्रा में होता है. फ़ोलेट की कमी से भी अनीमिया हो सकता है इसलिए लिवर आयरन और फ़ोलेट दोनों की कमी से होने वाले अनीमिया से बचाव करता है और कमी कि पूर्ति भी करता है. मछली और दूसरे sea फूड्स भी आयरन के अच्छे स्रोत हैं.
इनमें मुख्य है oyster, clams, crab, shrimps और मछली में रोहू, कतला, मागुर, पाम्फ्रेट, salmon, tuna. तो दोस्तों, अनीमिया से आपके रोज़मर्रा के जीवन में बाधा आ सकती है पर अगर समय से अगर इसका पता चल जाये और एक्शन लिया जाये तो इस समस्या को गंभीर होने से रोका जा सकता है. अगर अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव के बाद भी अगर आप अनीमिया के लक्षणों से परेशान हैं तो आपको डॉक्टर से चेक अप ज़रूर कराना चाहिए क्योंकि हो सकता है आपको दूसरे प्रकार का अनीमिया हो या किसी और बीमारी की वजह से आपको अनीमिया हो.