नमस्कार दोस्तों, मोटापे से, obesity se हम सभी परेशान है. और ख़ासकर बढ़ती तोंद या belly फैट से तो हमे अक्सर शर्मिंदा होना पड़ता है, par iske sath badi hui tond se hume kai khatarnak bimario ka risk bad jata he. हो सकता है आपने तरह तरह कि डाइट भी की पर आप फिर भी इस समस्या से निजात नहीं पा पाये. पर क्या आपको पता है कि तोंद कम करने के लिए jitna important he ki हमे क्या खाना है utna hi ये bhi important है की कब खाना है और किस समय नहीं खाना है? तो दोस्तों, आज के इस वीडियो में हम इसी बारे में बात करेंगे की कैसे आप अपने khane ke रूटीन में बदलाव ला कर अपने belly फैट या तोंद को कम कर सकते हैं. दोस्तों, मैं डॉक्टर ऋषभ शर्मा, thydoc हेल्थ पे आपका स्वागत करता हूँ. thydoc health आपको scientifically backed सही और ज़रूरी मेडिकल एजुकेशन आसान शब्दों में देने के लिए प्रतिबद्ध है और आगे भी ज़रूरी मेडिकल जानकारी प्राप्त करने के लिये आप हमारे चैनल को subscribe करें और ये वीडियो अपने दोस्तों और परिवार में शेयर करें. दोस्तों, सबसे पहले जानते हैं की तोंद या belly fat या central obesity से आपको क्या क्या नुक़सान हो सकते हैं? इनमें सबसे पहला है insulin resistance जहां शरीर में insulin तो secrete होता है पर इन्सुलिन पूरी तरह function नहीं कर पाता है.
जिसे insulin resistance कहते हैं. ऐसे लोगों में metabolic disorders जैसे की motapa और type 2 डायबिटीज जैसी बीमारियों का ख़तरा बढ़ जाता है. और तो और fatty liver disease भी आपको हो सकता है. belly fat yani badi hui tond से आपको कैंसर होने का ख़तरा भी बढ़ जाता है. heart attack और स्ट्रोक का ख़तरा भी बेली फैट से कई गुना बढ़ जाता है. यहाँ तक की ऐसे लोगों में डिप्रेशन भी ज़्यादा देखा गया है. अब हम बात करते हैं की कैसे आप पता लगा सकते हैं की आपको belly fat या तोंद या central obesity की samsya है भी या नहीं. इसके लिए आप एक इंच टेप ले और उससे अपनी नाभि के लेवल पर रख के अपनी कमर का नाप ले. अगर पुरुषों में यह नाप 90 cm से ज़्यादा है और महिलाओं में यह नाप 80 cm से ज़्यादा है तो इसका मतलब आपको motapa है और आपको इसे कम करने की ज़रूरत है. दोस्तों, weight loss और dieting के ट्रेंड में intermittent fasting आजकल सबसे ज़्यादा ट्रेंड में है kyonki kiske bohot hi ache results, health benefits he. जहां दूसरे diet regime आपको यह बताते हैं कि क्या खाना है , intermittent fasting आपको ये बताता है कि आपको कब खाना है. अगर आप अपने खाने के लिए दिन के कुछ घंटे निश्चित कर लेते हैं तो आपकी overall calorie इंटैक अपनेआप ही कम हो जाती है. intermittent fasting के कई प्रकार है जिन में kuch types me आपको ऐसी fasting के लिए medical supervision की ज़रूरत भी पड़ती है पर आज हम ऐसी डाइट plan की बात करेंगे जो आप आसानी से अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते है और जिसके लिए आपको किसी medical supervision की ज़रूरत नहीं पड़ती है और इसे अपनाकर आप अपनी तोंद से छुटकारा पा सकते हैं.
आज हम बात करेंगे time restricted eating की. time restricted eating या टाइम restricted feeding का मतलब है हर दिन में से कुछ समय या घंटे ऐसे रखना जिस टाइम में आप khana खा सकते हैं. पर उसके बाद ya उस के पहले apko kuch नहीं khana he. मान लीजिए आप सुबह 7 बजे उठते है और 7:30 बजे चाय या कॉफ़ी पीते है इसे हम कहेंगे फर्स्ट meal of the day. यानी आपने 7:30 am पे खाना शुरू किया और रात को आपका लास्ट मील है 9:30 बजे जब आपने एक ग्लास दूध पीया और उसके बाद आप सो गये. तो फर्स्ट मील और लास्ट मील के बीच का जो समय है वह है आपका ईटिंग टाइम, जो है 14 घंटे. और जब आप सो जाते है तो वह आपका fasting period होता है. इस दौरान शरीर में repair का काम चलता है और आपके hormones रेस्ट करते है और इस दौरान किसी भी तरह कि एनर्जी के लिये शरीर के फैट को इस्तेमाल किया जाता है. दोस्तों, जैसे हमारा सोने और जागने का एक cycle या rhythm होता है उसी तरह हमारे बॉडी में हार्मोन्स भी उसी अनुसार secrete होते हैं. हम कुछ भी खाते हैं तो pancreas से इन्सुलिन release होता है जो भोजन में कार्बोहाइड्रेट को पचाने में शरीर कि सहायता करता है. पर हमारी circadian rhythm के अनुसार इन्सुलिन भी सबसे ज़्यादा सुबह ऐक्टिव होता है और सूर्यास्त के बाद इसका secretion धीमा पड़ जाता है. इसलिए अगर आप सूर्यास्त के बाद कुछ भी खाते है तब insulin secrete तो होता है पर वह उसी तरह काम करता है जैसे किसी इंसान को आधी नींद में उठा कर काम कराया जाये. इस वजह से carbohydrates yani sugars ठीक से digest नहीं हो पाते है और शरीर में फैट की मात्रा बढ़ने लगती है. time restricted eating में आप को अपना खाने का समय कम करना है. जो अभी 14 घंटे है इसे धीरे धीरे कम करके 12 घंटे करे और फिर इसी समय को दस घंटे तक कर दे. जैसे की आप सुबह अगर सात बजे उठते हैं और 7:30 बजे चाय पीते हैं तो अपना लास्ट meal आप शाम को 7:30 pm तक ले ले. शुरू में सिर्फ़ इस टाइम में ही खाना है aap इस पर ध्यान दे ना की क्या खाना है is par, fir dhire dhire tym ke sath aap is tym me apni meals bhi set karein, healthy meals lein. दोस्तों, ध्यान रहे पानी आप कभी भी पी सकते हैं. सादे पानी को आपके फर्स्ट या लास्ट मील में काउंट नहीं किया जाएगा. पर अगर आप सुबह उठते ही पानी में कुछ भी मिला कर पीते है तो उसे आपका first meal ही माना जाएगा. शुरू में इस रूटीन को follow करने पर कुछ दिन आपको अच्छा नहीं लगेगा, भूख लगेगी
चिचिड़ाहट होगी और सर दर्द भी हो सकता है पर ये लक्षण सिर्फ़ कुछ दिनों तक ही आपको परेशान करेंगे फिर आपको इसकी आदत पड़ जाएगी. इस तरह टाइम पर खाना खाने से आपकी बॉडी में insulin resistance कम होता है. ऐसा करने से ना सिर्फ़ आप तोंद या belly फैट कम कर पायेंगे बल्कि गैस, acidity, bloating, पेट फूलना, अपच जैसी समस्याओं से भी निजात पायेंगे. अगर आपका लास्ट मील एक particular समय पर निर्धारित हो जाएगा तो आपका bowel movement का समय भी मॉर्निंग में निश्चित हो जाएगा और आपको बेटाइम मोशन नहीं जाना पड़ेगा. तो दोस्तों, is video me aapne jana ki कैसे हम अपने खाने का समय निर्धारित करके ना सिर्फ़ अपनी तोंद कम कर सकते है बल्कि कई जानलेवा बीमारियों से बचाव भी कर सकते हैं. Dosto weight loss me aap kya oil cooking me use karte he iska bhi important role hota, aur agar aap ye janana chahte he ki kaunsa cooking oil apke lie best he to aap right me die video par click karein.
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